
कंधे में दर्द होने के कारण: कंधे का दर्द एक आम समस्या है, जो किसी न किसी समय लगभग हर व्यक्ति को महसूस होती है। यह दर्द शरीर के उस हिस्से में होता है, जो न केवल हमारी भुजाओं की गति में मदद करता है, बल्कि हमारे शरीर के ऊपरी हिस्से के अधिकांश कार्यों को भी नियंत्रित करता है। कंधे का दर्द कई कारणों से हो सकता है और यह दर्द कभी हल्का तो कभी इतना तीव्र हो सकता है कि व्यक्ति की दिनचर्या प्रभावित हो जाती है। यह दर्द कभी तो हल्का सा महसूस होता है और कभी-कभी यह इतना भयंकर होता है कि व्यक्ति उठने-बैठने, सोने या काम करने में भी परेशानी महसूस करता है।
कंधे का दर्द केवल शारीरिक कष्ट नहीं, बल्कि मानसिक तनाव भी उत्पन्न कर सकता है, क्योंकि यह किसी की सामान्य गतिविधियों को रोक देता है। आइए जानते हैं कंधे में दर्द होने के कारण और इससे राहत पाने के उपाय।
कंधे में दर्द के सामान्य कारण

1. अत्यधिक शारीरिक मेहनत (Overuse Injury)
जब हम लगातार कंधे का अत्यधिक उपयोग करते हैं, तो इससे कंधे की मांसपेशियों में खिंचाव या चोट लग सकती है। यह विशेष रूप से उन लोगों में होता है जो बार-बार अपने कंधे का उपयोग करते हैं, जैसे कि वर्कआउट करने वाले लोग, ट्रक ड्राइवर, या लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करने वाले लोग। कंधे की मांसपेशियों में सूजन और तनाव बढ़ने से दर्द उत्पन्न हो सकता है।
2. गलत मुद्रा (Poor Posture)
आजकल की जीवनशैली में अधिकतर लोग घंटों तक बैठे रहते हैं, खासकर कंप्यूटर या मोबाइल का उपयोग करते समय। यह हमारी रीढ़ और कंधे पर अत्यधिक दबाव डालता है। गलत मुद्रा में बैठने से कंधे के जोड़ में तनाव आता है, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द महसूस होने लगता है। यह दर्द तब और बढ़ सकता है जब आप लगातार एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठते हैं या काम करते हैं।
3. कंधे की जोड़ की समस्या (Shoulder Joint Issues)
कंधे में दर्द का एक प्रमुख कारण कंधे के जोड़ से संबंधित समस्याएं होती हैं। इनमें प्रमुख रूप से आइसोलेटेड या रोटेटर कफ का टूटना, संधिवात (Arthritis) या कंधे की हड्डी का खिसकना (Dislocated Shoulder) शामिल हैं। रोटेटर कफ में आंसू आने से कंधे के जोड़ों में तीव्र दर्द हो सकता है, जो दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में रुकावट डालता है।
4. ऊपरी रीढ़ की हड्डी की समस्या (Cervical Spine Issues)
कंधे में दर्द का एक और कारण ऊपरी रीढ़ की हड्डी में समस्या होना है। यदि आपकी गर्दन या रीढ़ की हड्डी में कोई समस्या है, जैसे कि डिस्टल डिक्स (Slipped Disc) या नर्व कम्प्रेशन, तो यह दर्द कंधे तक फैल सकता है। ऐसा तब होता है जब नसों पर दबाव पड़ता है और यह दर्द कंधे तक फैलने लगता है।
5. संधिवात (Arthritis)
अर्थराइटिस, विशेष रूप से ऑस्टियोआर्थराइटिस, कंधे के दर्द का एक प्रमुख कारण हो सकता है। इसमें कंधे के जोड़ में सूजन और कड़ीपन हो सकता है, जिससे दर्द और जकड़न होती है। इस स्थिति में, कंधे का हिलना-डुलना भी मुश्किल हो सकता है।
6. पसली की चोट (Fractured Ribs)
कभी-कभी कंधे के दर्द का कारण पसली की चोट भी हो सकती है। अगर आप किसी दुर्घटना में गिर गए हों या आपकी पसलियों में कोई चोट आई हो, तो वह दर्द कंधे तक महसूस हो सकता है। यह एक गहरी चोट हो सकती है, जो यदि सही समय पर इलाज न कराया जाए तो गंभीर हो सकती है।
7. मांसपेशियों में खिंचाव (Muscle Strain)
कभी-कभी अधिक वजन उठाने, गलत तरीके से शारीरिक गतिविधियों करने या अचानक जोर लगाने से कंधे की मांसपेशियां खिंच सकती हैं। यह खिंचाव बहुत दर्दनाक हो सकता है और जब तक मांसपेशियां ठीक नहीं होतीं, तब तक दर्द जारी रहता है।
कंधे के दर्द से राहत पाने के उपाय
1. आराम (Rest)
कंधे के दर्द का सबसे पहला इलाज है आराम। कंधे को अधिक प्रयोग में लाने से बचें। अगर कंधे में बहुत अधिक दर्द हो, तो थोड़े दिन के लिए उस पर कोई भी भारी काम न करें। इससे मांसपेशियों और जोड़ों को समय मिलेगा ठीक होने के लिए।
2. गर्म/ठंडे सिकाई (Hot/Cold Compress)
गर्म और ठंडे पानी की सिकाई से भी कंधे के दर्द में राहत मिल सकती है। पहले 48 घंटे तक ठंडी सिकाई करने से सूजन कम होती है। इसके बाद गर्म सिकाई करने से मांसपेशियों में खिंचाव कम हो सकता है और रक्त संचार बेहतर होता है।
3. स्ट्रेचिंग और हल्का व्यायाम (Stretching and Light Exercise)
कंधे के दर्द से राहत पाने के लिए हल्के स्ट्रेचिंग व्यायाम किए जा सकते हैं। नियमित रूप से कंधे की मांसपेशियों को खींचने से उनका लचीलापन बढ़ता है, जिससे दर्द कम होता है। हालांकि, अधिक दर्द होने पर व्यायाम शुरू करने से पहले चिकित्सक से सलाह लें।
4. सही मुद्रा बनाए रखें (Correct Posture)
यदि कंधे का दर्द गलत मुद्रा के कारण हो रहा है, तो अपनी बैठने और खड़े होने की स्थिति सुधारें। पीठ सीधी रखें और कंधे को झुका कर न बैठें। यह कंधे पर दबाव कम करेगा और दर्द को ठीक करने में मदद करेगा।
5. दवाइयां (Medications)
कंधे के दर्द से निपटने के लिए ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाइयां ली जा सकती हैं, जैसे कि आयब्यूप्रोफेन या पेरासिटामोल। ये सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। हालांकि, दवाइयों का सेवन डॉक्टर के निर्देशानुसार ही करें।
6. फिजियोथेरेपी (Physiotherapy)
कभी-कभी कंधे के दर्द को ठीक करने के लिए फिजियोथेरेपी की जरूरत होती है। फिजियोथेरेपिस्ट मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए विशेष व्यायाम की सलाह देते हैं, जो दर्द को कम कर सकते हैं और कंधे की गति को बहाल कर सकते हैं।
7. सर्जरी (Surgery)
यदि कंधे का दर्द गंभीर है और उपर्युक्त उपायों से राहत नहीं मिलती है, तो कभी-कभी सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। यह तब होता है जब जोड़ में कोई गंभीर समस्या, जैसे कि रोटेटर कफ में आंसू, या हड्डी में फ्रैक्चर हो, जिसे बिना सर्जरी के ठीक नहीं किया जा सकता।
निष्कर्ष
कंधे में दर्द होने के कारण:
कंधे का दर्द आमतौर पर किसी न किसी कारण से होता है, लेकिन सही पहचान और उपचार के साथ इसे दूर किया जा सकता है। अगर आपको कंधे में लगातार दर्द हो रहा है, तो बिना देर किए एक डॉक्टर से सलाह लें। दर्द के कारणों की सही पहचान करके ही उचित उपचार संभव है। छोटे-छोटे बदलाव और सही देखभाल से आप कंधे के दर्द को कम कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
ध्यान रखें, सही इलाज और देखभाल के साथ कंधे का दर्द निश्चित रूप से ठीक हो सकता है, और आप अपनी सामान्य जीवनशैली में वापस लौट सकते हैं।
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