
अनवांटेड 72 एक महीने में कितनी बार ले सकते हैं, कभी-कभी ज़िंदगी ऐसे मोड़ पर ले आती है जहाँ कुछ फैसले अचानक लेने पड़ते हैं। जैसे – अगर यौन संबंध के दौरान सुरक्षा का उपाय न अपनाया गया हो, या कॉन्डोम फट गया हो, तो अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाएं “अनवांटेड 72” जैसी इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोली का सहारा लेती हैं।
लेकिन बहुत बार मन में सवाल आता है –
“क्या इसे बार-बार लिया जा सकता है?”,
“एक महीने में कितनी बार लेनी चाहिए?”,
और “इसका मेरे शरीर पर क्या असर होगा?”
यह सवाल सिर्फ जानकारी का नहीं है, बल्कि एक महिला के शरीर, उसकी आज़ादी और उसकी भावनाओं से जुड़ा हुआ है। आइए इस लेख में जानें इसकी पूरी सच्चाई — एक इंसानियत भरी, समझदारी से भरी भाषा में।
अनवांटेड 72 क्या है?
Unwanted 72 एक आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली है जिसे संभोग के 72 घंटे के भीतर लिया जाता है ताकि गर्भधारण से बचा जा सके।
इसमें एक खास तरह का हार्मोन होता है – Levonorgestrel – जो अंडोत्सर्जन (Ovulation) को रोकता है या निषेचित अंडाणु को गर्भाशय में स्थापित होने से रोक देता है।
यानी, यह गर्भधारण को “रोकने” का आखिरी मौका होता है।
अनवांटेड 72 एक महीने में कितनी बार ले सकते हैं
यहां आता है सबसे महत्वपूर्ण सवाल:
“कितनी बार?”
जवाब है – जितनी कम बार, उतना बेहतर।
डॉक्टरों की सलाह:
• एक महीने में 1 बार से ज्यादा नहीं।
• कभी-कभी मजबूरी में 2 बार तक, लेकिन यह आदत नहीं बननी चाहिए।
क्योंकि ये गोली “इमरजेंसी” के लिए है, नियमित गर्भनिरोधक नहीं।
अनवांटेड 72 बार-बार लेने से क्या नुकसान हो सकते हैं?
जब आप अनवांटेड 72 को बार-बार लेती हैं, तो आप अपने शरीर को जबरन हार्मोन की लहरों से गुज़ार रही होती हैं। इससे हो सकते हैं:
1. हार्मोनल असंतुलन:
हर महिला का शरीर एक हार्मोनल संतुलन पर टिका होता है। बार-बार हाई डोज हार्मोन लेने से वो संतुलन बिगड़ जाता है।
2. अनियमित पीरियड:
• पीरियड देर से आना या जल्दी आना
• ज्यादा ब्लीडिंग या बहुत कम
• मरोड़, दर्द और चिड़चिड़ापन
3. भविष्य में गर्भधारण में दिक्कतें:
बार-बार इन दवाओं का उपयोग करने से भविष्य में जब आप मां बनना चाहें, तब कठिनाई हो सकती है।
4. मानसिक तनाव:
हर बार गोली लेने के बाद एक डर – “क्या इस बार भी काम करेगी?”
यह मानसिक तनाव शरीर से ज्यादा भारी पड़ सकता है।
एक महिला की भावनाएं – समझिए उसकी कहानी
कल्पना कीजिए – एक युवती जिसने पहली बार अनवांटेड 72 ली है। वह डरी हुई है, उलझन में है।
उसका मन सवालों से घिरा है:
• “क्या मैंने कुछ गलत किया?”
• “अब मेरा शरीर ठीक रहेगा या नहीं?”
• “क्या मैं माँ बन भी सकूंगी?”
ये डर आम हैं। लेकिन जानकारी, सही मार्गदर्शन और भावनात्मक सहारा मिलने पर ये डर कम हो सकता है।ये डर आम हैं। लेकिन जानकारी, सही मार्गदर्शन और भावनात्मक सहारा मिलने पर ये डर कम हो सकता है।
इसीलिए ज़रूरी है कि हम इस विषय पर खुलकर बात करें – बिना शर्म के, बिना जजमेंट के।
अगर अनवांटेड 72 नहीं लेना चाहते तो विकल्प क्या हैं?
इमरजेंसी पिल ज़रूरत में सहारा जरूर है, लेकिन इससे बेहतर है कि हम पहले से तैयार रहें।
1. रेगुलर गर्भनिरोधक गोलियां (Oral Contraceptives):
हर दिन एक गोली लेना – जिससे हार्मोन बैलेंस रहते हैं और गर्भधारण का खतरा कम होता है।
2. कॉन्डोम:
सरल, सुरक्षित और यौन संक्रमण से भी बचाता है।
3. IUD (Copper T):
एक बार लगवाइए, 5 से 10 साल तक टेंशन फ्री रहिए।
4. कंडोम के साथ-कुछ और:
आजकल स्पर्मिसाइड जैल्स, महिला कंडोम जैसे विकल्प भी उपलब्ध हैं।
याद रखें – आपकी सेहत, आपकी जिम्मेदारी
एक महिला का शरीर बहुत संवेदनशील होता है। उसे कोई भी फैसला लेने से पहले समझ और ध्यान की ज़रूरत होती है।
अनवांटेड 72 एक मजबूत सहारा है, लेकिन इसे अपनी ताकत नहीं, मजबूरी समझिए।
यह दवा एक समाधान है, लेकिन समाधान का रास्ता बार-बार इस्तेमाल नहीं होता।
निष्कर्ष:
Unwanted 72 को एक महीने में 1 बार से ज्यादा लेना सुरक्षित नहीं माना जाता।
यह इमरजेंसी के लिए है, रोजमर्रा की आदत नहीं।
हर महिला के पास यह अधिकार है कि वह अपने शरीर के बारे में फैसले खुद ले – लेकिन सही जानकारी और समझदारी के साथ।
आपका शरीर आपके साथ चलता है पूरी ज़िंदगी – उसे प्यार दें, समझदारी से निर्णय लें और यदि कभी उलझन में हों, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।